उत्तरकाशी
रिपोर्ट महावीर सिंह राणा
पूरे राज्य के साथ-साथ उत्तरकाशी में भी वनाग्नि की रोकथाम के लिए आयोजित मॉक अभ्यास आज सुबह प्रातः 8:00 से बजे से शुरू किया गया राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तत्वावधान में आयोजित इस मॉक ड्रिल के तहत उत्तरकाशी जिले में भी तीन जगहों पर वनाग्नि नियंत्रण हेतु इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम (आईआरएस) की तैयारियों को परखा गया
उत्तरकाशी जिले में भटवाड़ी तहसील के अंतर्गत तीन स्थान साल्ड-जोंकाणी मोटर मार्ग, एनआईएम बैंड एवं एनएच-34 गंगोरी को चयनित किया गया है। इन तीनों जगहों पर 8 बजे से वनाग्नि की रोकथाम के लिए मॉक अभ्यास किया गाया
वनाग्नि नियंत्रण मॉक अभ्यास के निर्देशन हेतु जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट के साथ ही पुलिस अधीक्षक श्रीमती सरिता डोबाल और इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम (आईआरएस) से संबंधित सभी अधिकारी जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र में मौजूद रहे
वनाग्नि नियंत्रण मॉक अभ्यास में विभिन्न विभागों के साथ ही पुलिस, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, सेना आदि संगठनों के द्वारा प्रतिभाग किया गया
वन्य अग्नि घटना होने पर क्या-क्या करें और इसे कैसे बचा जा सकता है
घर के अंदर रहें खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें ताकि धुआं अंदर न आए।
मास्क पहनें – बाहर जाने पर N95 मास्क या गीला कपड़ा नाक-मुंह पर रखें।
पर्याप्त पानी पिएं – शरीर को हाइड्रेटेड रखें ताकि गले और फेफड़ों में जलन न हो।
वायु गुणवत्ता की जाँच करें- स्थानीय प्रशासन
और मौसम विभाग की सलाह मानें।
इनहेलर/दवाएं तैयार रखें अस्थमा, हृदय रोग
या सांस की समस्या होने पर डॉक्टर की दवाएं साथ रखें।
कमजोर लोगों की मदद करें- बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखें।इमरजेंसी किट तैयार रखें जरूरी दवाएं, दस्तावेज, टॉर्च, रेडियो और पानी रखें।
एयर प्यूरीफायर या गीले कपड़े का उपयोग करें घर में हवा को साफ रखने के लिए।
धुएं से प्रभावित होने पर तुरंत इलाज लें -सिरदर्द, सांस फूलना या चक्कर आने पर डॉक्टर से संपर्क करें।