उत्तरकाशी
उत्तरकाशी नेहरू पर्वतारोहण शंस्थान के ऑडिटोरियम उत्तरकाशी में पूर्व सैनिक द्वारा संचालित अतुल्य गंगा ट्रस्ट ( ANG )द्वारा गंगोत्री से ले कर हर्षिल तक व्यापक प्लास्टिक अनुमूलन कार सेवा का उद्धघाटन कर प्रेस ब्रीफ़िंग की गयी उन्होंने कहा कि अतुल्य गंगा एक मिलिट्री बस स्टैंड का पिछले 6 वर्षों से भारत की नदियों का रिजमुनेशन के लिए काम कर रहे हैं और इसमें तीनों सेना के रिटायर ऑफिसर कार्यरत हैं इससे पहले हम कई प्रोजेक्ट मे काम कर चुके हैं और हमने पिछले 5 साल में 260 किलोमीटर पैदल व गाड़ियों से साइकिल में चलकर मां गंगा का को समय दिया हमने उसमे बहुत खामिया पाई उसमें एक चीज सामने आयी माइक्रो प्लास्टिक जो पांच मिलिमीटर से कम टुकड़ा होता है और गंगा में जब पड़ता है उससे सबसे जाया गंगा दूषित होता है उन्होंने कहा है कि जिस तरह हमने देश की सेवा की है उसी तरह अब हम मां गंगा को स्वच्छ बनाएंगे उन्होंने माना है कि नमामि गंगे में जो वह किसी हद तक सफल नहीं हुए हैं भले ही केंद्र सरकार इसमें करोड़ों रुपए खर्च कर चुकी है जिसमें स्थानीय प्रशासन वह नगर पालिका नगर पंचायत की बहुत खामियां नजर आती है जिसके कारण नमामि गंगा सही तरीके से नहीं चल पाई उन्होंने कहा कि जब कोई काम देश में सफल नहीं हो पता है तो उसके लिए सी आगे आता है और अब बहुत दूर सैनिकों ने भी यहां थाना है कि हम स्वच्छ बना के रखेंगे इसके लिए हमने विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में काम करना शुरू कर दिया है जिसकी शुरुआत उत्तराखंड के उत्तरकाशी के गंगोत्री धाम से होगी जहां से मां गंगा का उद्गम स्थल है जिसमें भूतपूर्व सैनिकों के साथ स्कूल छात्र-छात्राएं भी मौजूद रहेंगे और हजारों की संख्या में वृक्षारोपण भी किया जाएगा मां गंगा को स्वच्छ रखने में आमजन मनुष्य का सहयोग बहुत जरूरी है
उन्होंने कहा है कि हम जल मंत्रालय भारत सरकार को पत्र लिख रहे हैं कि गंगा का नाम बदलकर गंगा माँ किया जाए