उत्तरकाशी भूकंप के झटके लगातार जारी 8 दिन में 9 बार आ चुका है भूकंप लोग दहशत में

गंगोत्री न्यूज़ एक्सप्रेस

महावीर सह राणा

जनपद में भूकंप के झटके लगातार जारी 8 दिन में 9 बार आ चुका है भूकंप लोग दहशत में भूकंप आने के कारण घर से बाहर निकलने को मजबूर है लोग उत्तरकाशी जिला अति संवेदनशील जिला माना जाता है भूकंप के लिहाज से अगर बात करें हम जनवरी माह की तो जनवरी, 2025 जनपद उत्तरकाशी में महसूस किये गये भूकम्प के झटकों का विवरण-

24/1/2025 7:41AM रिक्टर पैमाने पर 2.7 रिक्टर पैमाने पर
भूकम्प का केन्द्र
तहसील भटवाडी ग्राम तिलोध के वन क्षेत्र में था 06 किमी०
24/1/2025 08:19AM
तहसील भटवाडी के दयारा बुगयाज के वन क्षेत्र में था। 05 किमी० नीचे
25/1/2025 05:47AM
तहसील दुण्डा के ग्राम खुरकोट 2.4 रिक्टर पैमाने पर और भरणगांव के वन रेंज उत्तरकाशी।
05 किमी०
25/1/2025 04:58PM
05:08PM
आई०एम०डी० दिल्ली द्वारा अवगत कराया गया है कि उक्त समय पर जनपद उत्तरकाशी में महसूस किये गये भूकम्प के झटके रिक्टर स्कंस पर रिकॉर्ड नहीं हो पाया है।
29/1/2025। 03:28PM
3.5रिक्टर पैमाने पर
तहसील भटवाडी के ग्राम साल्ड 2.7 रिक्टर पैमाने पर उपरीकोट, निस्मोर के वन क्षेत्र मे था।
05 किमी०
30/1/2025
07:31pm
तहसील बड़कोट अन्तर्गत सरुताल झील फुच-कंडी. यमुनोत्री रेंज के वन क्षेत्र में बताया गया है। 2,5रिक्टर पैमाने पर
31/01/2025 भूकम्प का समय प्रातः- 09:28:35
भूकम्प की तीव्रता- 02.07
गहराई: 05 किमी0
भूकम्प का केंद्र बिंदु- बाडाहाट रेंज नाल्ड के जंगलों में।

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जिसमे वर्तमान समय मे किसी प्रकार की क्षति की सुचना नहीं है
आखिर आता क्यों है भूकंप
कहा जाता है कि टेक्टोनिक बल पृथ्वी के अंदर उत्पन्न होने वाला बल है, जो पृथ्वी की ऊपर क्रस्ट को टेढ़ा करता है और उसे खंडित करता है या तोड़ता है. यह बल पृथ्वी की क्रस्टल प्लेटों की गति से उत्पन्न होता है. इसकी वजह से भूकंप, पर्वत निर्माण और ज्वालामुखी विस्फोट जैसी घटनाएं होती हैं. जब भूकंप आता है तो उसका फोकस या हाइपोसेंटर (Hypocenter) उस स्थान को कहते हैं, जहां चट्टान पहली बार टूटती है. एपिसेंटर (Epicenter) धरती का वो हिस्सा होता है, जो फोकस एरिया के ठीक ऊपर होता है.
क्या भूकंप का पूर्वानुमान लगाया जा सकर्ता है?
भूकंप का पूर्वानुमान या भविष्यवाणी संभव नहीं है, क्योंकि यह बता पाना संभव नहीं है कि कब भूमिगत चट्टानें टूटेंगी. वैज्ञानिकों ने यह तो पता कर लिया है कि भूकंप की वजह क्या है, लेकिन अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि भूमिगत चट्टानें कब टूटेंगी. हम अपने दर्शकों को बताना चाहेंगे कि भूकंप से डरे नहीं बल्कि सतर्क रहें

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