उतारकाशी
रिपोर्ट महावीर सिंह राणा
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मैदान में उतरे प्रत्याशियों द्वारा अपने अपने निर्वाचन क्षेत्रों में क्षेत्र भ्रमण कर जनसभा, डोर टू डोर कैंपेन तथा सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार प्रसार को गति दे दी गई है। जिसके तहत ग्राम पंचायत प्रधान पद को लेकर निर्वाचन क्षेत्र
चिलमुड़गाँव श्रीमती विशीला देवी प्रत्याशी ग्राम प्रधान ने भी भ्रमण कर ग्रामीणों से मुलाकात की। इस दौरान ग्रामीण ने गर्म जोशी से उनका स्वागत किया गया। श्रीमती विशीला देवी
ने कहा कि मे पहली बार राजनीति में आ रही हूँ उन्होंने । कहा कि जनता के आग्रह पर उनके द्वारा चुनाव लड़ा जा रहा है। और जनता का उन्हें भरपूर प्यार और स्नेह मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पलायन से लेकर ग्रामीण क्षेत्र की मूलभूत सुविधाओं तक को ध्यान में रखते हुए BTC में आवाज को मुखर किया जाएगा। जनता की आवाज को उठाने का काम वे करेंगे और क्षेत्र के विकास को लेकर समर्पित भाव से जनसेवा ही उनका लक्ष्य होगा। उन्होंने बताया कि जहा वे जा रहे हैं। जनता द्वारा उनका गर्म जोशी से स्वागत किया जा रहा है उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है जनता का स्नेह उन्हें वोट के रूप में तब्दील होकर भारी बहुमत के साथ मिलेगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास को लेकर वे पहले भी कार्य कर रहे थे लेकिन अब राजनीति के माध्यम से विकास कार्यों को अमली जामा पहनाने को लेकर उनके द्वारा छोटा सा प्रयास किया जा रहा है। जिसमें जनता का पूरा साथ उन्हें मिल रहा है।
उन्होंने गंगोत्री न्यूज़ एक्सप्रेस से खास मुलाकात में अपने संदेश ने कहा कि मेरा लक्ष्य
चिलमुड़गाँव ग्राम सभा की जनता का आशीर्वाद रहा तो ग्राम विकास के लिए मेरी प्राथमिकता के आधार पर निम्न कार्य करना चाहूँगीः-
सम्पूर्ण ग्राम पंचायत के मार्गों का टाइलीकरण करवाना।
सम्पूर्ण ग्राम के मार्गों पर साइड रेलिंग का कार्य करवाना।
ग्राम पंचायत के बच्चों एवं ज्ञान के पिपासु लोगों के लिए कम्प्यूटर लैब की स्थापना करना।
मनरेगा के अन्तर्गत सभी परिवारों को समान कार्य दिवस की उपलब्ध करवाना।
अपेक्षित परिवारों को इन्द्रा आवास के लिए प्रयास करना।
अपेक्षित परिवारों के लिए गोशाला निर्माण करवाना।
मन्दिरों का सौन्दर्गीकरण करवाना।
मेंहदी में शराबबन्दी करवाना।
ग्राम पंचायत में खुली बैठक में प्रस्तावित कार्य करवाना।
गूल एवं नहरों का निर्माण एवं मरम्मत कार्य करवाना।
जंगली जानवरों से फसलों के सुरक्षा का उपाय करना।
आँगनबाड़ी केन्द के भवन का निर्माण करना।
अन्य स्तर से ग्राम विकास के लिए धन जुटाना।
गरीब परिवारों की सहायता हेतु श्रम विभाग के अन्तर्गत सामान उपलब्ध कराना।
निर्धन छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करवाना।