उत्तरकाशी
रिपोर्ट महावीर सिंह राणा
खबर उत्तराखंड से है जहां पहली बार भाजपा सरकार कार्यकाल में कोई मुख्यमंत्री 4 साल टिक पाए क्योंकि पुष्कर सिंह धामी जमीनी नेता के तौर में अपनी पहचान रखते हैं
सीएम धामी ने खटीमा में की धान रोपाई, किसानों के श्रम को किया नमन।
खटीमा के नगरा तराई क्षेत्र में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को अपने खेत में धान की रोपाई कर किसानों के परिश्रम, त्याग और समर्पण को नमन किया। उन्होंने कहा कि खेतों में उतरकर पुराने दिनों की यादें ताजा हो गईं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्नदाता न केवल हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, बल्कि वे हमारी संस्कृति और परंपराओं के संवाहक भी हैं।
मुख्यमंत्री धामी की यह पहल उत्तराखंड की ग्रामीण संस्कृति, कृषकों की अहमियत और पारंपरिक लोककलाओं के संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है।
उत्तरकाशी भाजपा अध्यक्ष नागेंद्र चौहान ने बताते हैँ कि मुख्यमंत्री कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण कार्य हुए हैं
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के मुख्य सेवक के रूप में अपने चार वर्षों का सफल कार्यकाल पूर्ण किया है। इस अवसर पर, मैं उनकी असाधारण उपलब्धियों हेतु मुख्यमंत्री को अपनी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं व्यक्त करता हूँ। इन चार वर्षों में, श्री धामी जी ने अपने दृढ़ संकल्प, पारदर्शी प्रशासन और जन-केंद्रित नीतियों के माध्यम से उत्तराखंड को विकास के नए आयाम दिए हैं। आइए, उनकी कुछ प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डालें:
समान नागरिक संहिता (UCC) का ऐतिहासिक कदम:
धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड देश का पहला राज्य बना, जिसने समान नागरिक संहिता को लागू किया। यह न केवल सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने वाला कदम है, बल्कि यह देवभूमि के मूल स्वरूप को संरक्षित करने की दिशा में एक मील का पत्थर है।
नकल विरोधी कानून और पारदर्शी भर्ती:
धामी सरकार ने सख्त नकल विरोधी कानून लागू कर भर्ती प्रक्रियाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित की। इसके परिणामस्वरूप, पिछले चार वर्षों में 25,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियाँ प्रदान की गईं, जो युवा सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है।
रोजगार और स्वरोजगार के अवसर:
बेरोजगारी दर में 4.4% की कमी और निवेश के माध्यम से रोजगार सृजन पर विशेष ध्यान देने के साथ, धामी जी ने युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित किया। लघु उद्योगों को बढ़ावा और स्थानीय ठेकेदारों को 10 करोड़ तक के सरकारी प्रोजेक्ट्स देने की नीति ने स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत किया।
अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कार्रवाई:
देवभूमि को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए धामी जी ने 6000 एकड़ से अधिक भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया। यह अभियान उत्तराखंड की प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
पर्यटन और सांस्कृतिक संवर्धन:
चारधाम यात्रा के लिए जिला आपदा संसाधन नेटवर्क और मुफ्त वाई-फाई जैसी सुविधाओं ने तीर्थयात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाया। साथ ही, स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देकर उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मजबूत किया।
आपदा प्रबंधन और बुनियादी ढांचा विकास:
जोशीमठ जैसी आपदाओं में त्वरित राहत और पुनर्वास के लिए केंद्र से 291.15 करोड़ रुपये की सहायता प्राप्त करना और बुनियादी ढांचे के विकास में तेजी लाना उनकी दूरदर्शिता का प्रमाण है।
शिक्षा और युवा कल्याण:
उत्तराखंड टॉपर्स प्रोग्राम के तहत मेधावी छात्रों को एक दिन के लिए जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक की भूमिका निभाने का अवसर देना, युवाओं को प्रेरित करने की अनूठी पहल है। साथ ही, प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण की घोषणा ने शिक्षा क्षेत्र में नई उम्मीद जगाई।
सतत विकास और राष्ट्रीय मान्यता:
धामी जी के नेतृत्व में उत्तराखंड ने सतत विकास लक्ष्य (SDG) सूचकांक में शीर्ष स्थान प्राप्त किया और ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ में ‘अचीवर्स’ श्रेणी में स्थान बनाया। राज्य का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 13.59% की वृद्धि और प्रति व्यक्ति आय में 11.33% की बढ़ोतरी राष्ट्रीय औसत से बेहतर है।इन चार वर्षों में, श्री धामी जी ने न केवल चुनौतियों का डटकर सामना किया, बल्कि हर संकट को अवसर में बदला। कोविड-19 महामारी के दौरान 1000 करोड़ रुपये के राहत पैकेज से लेकर पलायन रोकने और निवेश आकर्षित करने तक, उनकी नीतियों ने उत्तराखंड को एक नई दिशा दी।
उन्होंने कहा कि
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, नेतृत्व में उत्तराखंड ने जो प्रगति की है, वह हर उत्तराखंडवासी के लिए गर्व का विषय है। आपकी दृढ़ इच्छाशक्ति, जनता के प्रति समर्पण और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने का आपका संकल्प प्रेरणादायी है।