उत्तरकाशी विदेशी लोग की पसंदीदा भोजन बना उत्तराखंड का कोदा झंगोरा उत्तरकाशी के टीकाराम सिंह सेफ ने नीदरलैंड में गढ़वाली भोजन को नये फ्यूजन के साथ यूरोपीय लोगों के घर घर में पहूंचाने में दिलाईं कामयाबी।
रिपोर्ट -महावीर सिंह राणा उत्तरकाशी
गढ़वाल का पारंपरिक भोजन जो आज पलायन के कारण लगभग विलुप्त होने की कगार पर है पर विदेशों में इसकी लगातार मांग बढ़ रही है उत्तरकाशी जनपद के निवासी सेफ टीकाराम ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मिलेट्स योजना से प्रभावित होकर यूरोपीय देशों में नये फ्यूजन के साथ पेश कर इसे यूरोपियन लोगों की पहली पसंद बना दिया है
लगभग 14 साल से नीदरलैंड में एक रेस्तरां में बतोर सेफ काम कर रहे टीकाराम ने लोकडाऊन में यूरोपीय देशों में गढ़वाली भोजन को यूरोपीय देशों में इस पर नये प्रयोग कर इसे वहां के लोगों की पहली पसंद बना दिया है ओर आज वह उत्तराखंड में होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों से अपील कर रहे हैं कि अपने होम स्टे एवं होटलों में इसको जरूर तैयार करें ताकी हमारी पोराणिक भोजनको एक नयी पहचान मिल सके
यूरोप के निवासी हफ्ते में दो दिन नियमित रूप से उत्तराखंड के मोटे अनाज का सेवन कर रहे हैं
वही टीकाराम सिंह का कहना है कि उत्तराखंड सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए और मोटे अनाज को अधिक से अधिक लगवाना चाहिए मोटे आना से कई प्रकार की बीमारियों पर भी काबू पाया जा सकता है और स्थानीय लोगों को रोजगार के साधन भी तैयार किया जा सकते हैं जिससे कि पहाड़ों का पलायन रोका जा सकता है