जबउत्तरकाशी
रिपोर्ट गंगोत्री न्यूज़ एक्सप्रेस
आज राम चंद्र उनियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय उत्तरकाशी में समान नागरिक संहिता के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु एक सेमिनार का आयोजन किया गया ।
जिसमें मुख्य अतिथि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती श्वेता राणा
चौहान एवं श्रीमती पमिता पैन्यूली रही ।इस कार्यक्रम का उद्देश्य आम जनमानस के बीच समान नागरिक संहिता क़ानून का व्यापक प्रचार प्रसार करना था। इस कार्यशाला में महाविद्यालय के विभिन्न कक्षाओं के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती श्वेता राणा को बैच अलंकरण के साथ किया गया।
श्रीमती राणा ने कहा कि यह क़ानून सभी नागरिकों को एक समान अधिकार प्रदान करता है जिससे कि उनके अधिकारों की सुरक्षा हो सके क्योंकि भारत में विभिन्न समुदायों विभिन्न धर्मों के लोग निवास करते हैं और भारत विविधताओं से भरा देश है जिसमें अलग अलग संस्कृति और समुदाय और धर्म के अपने अलग क़ानून है जिससे की यू सी सी के अंतर्गत सभी को एक क़ानून में लाए जा सके। साथ ही संविधान के भाग चार अनुच्छेद 44 में समान नागरिक संहिता का उल्लेख किया गया है उन्होंने विद्यार्थियों को ड्रग्स का सेवन करने से होने वाले नुक़सान से भी अवगत कराया । अधिवक्ता पमिता पैन्यूली ने समान नागरिक संहिता के अंतर्गत विवाह पंजीकरण की प्रक्रिया को विस्तारपूर्वक सभी के मध्य साझा किया।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफ़ेसर पंकज पन्त ने समान नागरिक संहिता क़ानून के विभिन्न पहलुओं पर अपनी बात रखी।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए समाजशास्त्र विभाग प्रभारी डॉक्टर सोनम भट्ट ने समान नागरिक संहिता के ऐतिहासिक पक्ष पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर पवेन्द्र सिंह ने PPT के माध्यम से अपने विचार रखे और
इस कार्यशाला में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉक्टर आराधना चौहान ,डॉक्टर रोशनी रावत , डॉक्टर पवन कुमार , डॉक्टर अंजली नौटियाल ,डॉक्टर सुभाष ब्यास,डॉक्टर परदेव सिंह ,डॉक्टर एम पी एस
राणा आदि प्राध्यापक एवं छात्र छात्राएँ उपस्थित रहे ।