उत्तरकाशी
रिपोर्ट महावीर सिँह राणा
खबर सीमांत जिला उत्तरकाशी से है जहां
सड़क की बदहाली को लेकर वरुणाघाटी के दर्जनों गांव ग्रामीणों का जलसैलाब जिला मुख्यालय की सड़कों पर उतर पड़ा। ग्रामीणों ने शासन प्रशासन के खिलाफ ज्ञानसू लेकर कलक्ट्रेट डीएम कार्यालय तक उग्र जनाक्रोश रैली निकाली। ग्रामीणों ने जल्द बदहाल सड़क पर डामरीकरण नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
ज्ञानसू-साल्ड-उपरीकोट मोटर मार्ग करीब दस सालों से पीएमजीएसवाई विभाग की लापरवाही से बदहाल पड़ा है। सड़क पर डामरीकरण नहीं होने से यह मार्ग दर्जनों गांव के ग्रामीणों की आवाजाही के लिए जोखिम भरा बना है। सोमवार दोपहर 12 बजे वरुणाघाटी के दर्जनों गांव के ग्रामीण ज्ञानसू में एकत्रित हुए। वहां से ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ कलक्ट्रेट तक विशाल जनाक्रोश रैली निकाली। इस दौरान कलक्ट्रेट में डीएम कार्यालय के बाहर गुस्साए ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ उग्र नारेबाजी कर रोष जताया।
समाज सेवक मानवेन्द्र सिंह राणा व गुस्साए ग्रामीणों का कहना है कि पीएजीएसवाई के अधिकारियों की लापरवाही से दस सालों से वरुणाघाटी की लाइफ-लाइन कहे जाने वाली सड़क बदहाल पड़ी है। सड़क के लिए 17 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए हैं,लेकिन विभाग सड़क की निविदा को बार-बार टाल रहा है। जिस कारण सड़क सालों से बदहाली का दंश झेल रही है। ग्रामीणों ने कहा कि सड़क पर जगह जगह गढ्डे उभरने से वाहनों की आवाजाही के लिए जोखिम भरी बनी है। ग्रामीण सड़क से जान हथेली पर रख कर आवाजाही कर रहे हैं। ग्रामीणों ने डीएम को सौंपे ज्ञापन में बदहाल सड़क पर निविदा प्रक्रिया जल्द पूरी कर डामरीकरण नहीं होने पर उग्र आंदोलन आंदोलन की चेतावनी दी।