गंगोत्री न्यूज़ एक्सप्रेस
महावीर सिंह राणा
आज पूरे देश के साथ-साथ उत्तरकाशी में भी बसंत पंचमी धूमधाम से मनाई गई वही आज बसंत पंचमी के उपलक्ष में सरस्वती शिशु विद्या मंदिर मनेरी में सरस्वती पूजन तथा बसंत पंचमी के कार्यक्रम किए गये
जिसमें सर्वप्रथम विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम पर शुभारंभ किया गया उसके बाद छात्र-छात्राओं व अध्यापकों और अभिभावकों द्वारा यज्ञ का आयोजन किया गया जिसमें विद्यालय के अभिवावक उपस्थित थे ।
गंगा यमुना घाटी में ऋतुराज बसन्त पंचमी पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है । बसन्त पंचमी पर्व पर सभी तीर्थ स्थलो मे विशेष पूजा – अर्चना की गई । उत्तराखंड मे बसन्त पंचमी पर्व ॠतु परिवर्तन का ध्योतक माना जाता है तथा बसन्त पंचमी पर्व से प्रकृति मे नव ऊर्जा का संचार होने लगता है । बसन्त पंचमी पर्व के बाद प्रवासी पक्षी पहाड़ों की ओर रूख करने लगते है तथा गंगा यमुना घाटी में अनेक प्रजाति के पुष्प खिलने लगते है । बसन्त पंचमी पर्व पर महिलाये घरो की चौखटो मे जौ की बालियां लगाकर नूतन वर्ष सुखमय व्यतीत होने तथा विभिन्न फसलो के उत्पादन मे वृद्धि होने की कामना करते है । पूर्व मे विद्वान आचार्यो द्वारा गांव – गांव जाकर पंचाग के आधार पर आगामी वर्ष के तीज – त्यौहारो की तिथियो से अवगत कराया जाता था । बसंत ऋतु का आगमन एक नए उत्साह ,नई स्फूर्ति के साथ प्रकृति मै आता है चारों ओर पीले सरसों के फूलों से धरती का श्रृंगार होता है गढ़वाली संस्कृति मै आज भूमि की पूजा होती है कृषि यंत्रों की पूजा गोबर रख कर धूप ,दीप से मा धरती की पूजा की जाती है ।