उत्तरकाशी
रिपोर्ट महावीर सिंह राणा
आजकल जहां चुनाव का शोरगुल लगातार लोगों के कानों में गूंज रहा है और हर प्रत्याशी अपनी जीत के दावे कर रहा है और घर-घर जाकर लोगों से वोट मांग रहे है वहीं अगर हम पंचायत चुनाव की बात करें तो ग्राम प्रधान के चुनाव में काफी कुछ देखने को मिलता है जहां भाई बंदु सारे रिश्ते तक में रखे जाते हैं अगर कोई भाई बंद किसी भी विपक्षी प्रधान के साथ खड़ा होता है तो भाई बंद उसे तिरछी नजर से देखने लगते हैं जिस गांव में गोदरेसन का माहौल बन जाता है इन सब को देखते हुए भटवाड़ी ब्लॉक के अंतर्गत सीमांत गांव पिलँग सड़क से अछूता गाँव है

जिसकी जनसंख्या लगभग 450 के आसपास है जिसमें 256 बोटर मौजूद है मगर विगत कई वर्षों से हमने इस गांव को देखा है कि यहां पर आपसी मतभेद से बचने के लिए ग्राम प्रधान निर्विरोध चुने जाते हैं जिस से गांव की एकता का परिचय मिलता है भले ही आज भी गांव वालों को 14 किलोमीटर पैदल चलकर अपने गांव पूहुचना होता है मगर पिछले प्रधानों द्वारा अपने गांव के लिए सड़क को मंजूरी दिला दी है जिसका कार्य अभी भी प्रगति पर है

वही इस बार भी श्रीमती दीपा राणा पत्नी श्री विजयपाल सिंह राणा को उनकी इमनादारी वा शिक्षित महिला को गाँव वालो ने निर्विरोध प्रधान घोषित किया है वही दीपा राणा बताती है कि जिस तरह गांव वालों ने मुझ पर भरोसा किया है और मुझे प्रधान पद का प्रत्याशी घोषित किया है
इसको देखते हुए निश्चित तौर पर मैं गांव वालों के विश्वास पर खरी उतरूंगी और अपने गांव की हर समस्या का समाधान करूंगी स्वछता या बिजली हो शिक्षा हो या जंगली जानवरों से खेती को बचाने के उपाय के लिए आगे रहूंगी और आने वाले 5 साल में पिलंग का चौमुखी विकास करूंगी मुझे पूर्ण विश्वास है कि मैं अपने काम में सफल रहूंगी मैं एक बार फिर से अपनी ग्राम सभा का तहे दिल से धन्यवाद करती हूं


