उत्तरकाशी
रिपोर्ट महावीर सिंह राणा
नवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार , जो देवी दुर्गा की पूजा और आराधना के लिए मनाया जाता है। यह त्योहार नौ दिनों तक चलता है, जिसमें देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है।
*नवरात्रि का महत्व*
नवरात्रि का महत्व इस प्रकार है:
देवी दुर्गा की पूजा*: नवरात्रि में देवी दुर्गा की पूजा और आराधना की जाती है, जो शक्ति और साहस की प्रतीक हैं।
नौ दिनों का व्रत*: नवरात्रि में नौ दिनों तक व्रत रखा जाता है, जो आत्म-शुद्धि और आत्म-विकास के लिए किया जाता है।
दुर्गा पूजा के साथ-साथ नवरात्रि में नौ दिनों तक देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है*।
*नवरात्रि में गरबा और डांडिया जैसे लोकप्रिय नृत्यों का आयोजन किया जाता है*।
*नवरात्रि व्रत कैसे करें*
नवरात्रि व्रत करने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
व्रत की तैयारी*: नवरात्रि व्रत से पहले अपने शरीर और मन को तैयार करें। नियमित पूजा*: नवरात्रि के नौ दिनों तक नियमित पूजा करें और देवी दुर्गा की आराधना करें। *व्रत के नियम*: नवरात्रि व्रत के दौरान कुछ नियमों का पालन करें, जैसे कि नमक नहीं खाना, मांसाहारी भोजन नहीं करना, और दिन में केवल एक बार भोजन करना। स्वच्छता और शुद्धता*: नवरात्रि व्रत के दौरान स्वच्छता और शुद्धता का ध्यान रखें। दान और पुण्य*: नवरात्रि व्रत के दौरान दान और पुण्य करें, जैसे कि गरीबों को भोजन देना या अनाथालयों में दान देना।
नवरात्रि में नौ दिनों तक नौ देवियों की पूजा की जाती है, जो देवी दुर्गा के नौ रूप हैं। ये नौ देवियाँ हैं:
1. *शैलपुत्री*: नवरात्रि के पहले दिन शैलपुत्री की पूजा की जाती है। वह पर्वतों की पुत्री हैं और उनकी पूजा से स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
2. *ब्रह्मचारिणी*: नवरात्रि के दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। वह ब्रह्मा
की पुत्री हैं और उनकी पूजा से ज्ञान और विद्या प्राप्त होती है।
3. *चंद्रघंटा*: नवरात्रि के तीसरे दिन चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। वह चंद्रमा की पुत्री हैं और उनकी पूजा से सुख-समृद्धि और शांति प्राप्त होती है।
4. *कूष्मांडा*: नवरात्रि के चौथे दिन कूष्मांडा की पूजा की जाती है। वह कुम्हड़े की पुत्री हैं और उनकी पूजा से स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
5. *स्कंदमाता*: नवरात्रि के पांचवें दिन स्कंदमाता की पूजा की जाती है। वह स्कंद की माता हैं और उनकी पूजा से सुख-समृद्धि और शांति प्राप्त होती है।
6. *कात्यायनी*: नवरात्रि के छठे दिन कात्यायनी की पूजा की जाती है। वह कात्यायन की पुत्री हैं और उनकी पूजा से ज्ञान और विद्या प्राप्त होती है।
7. *कालरात्रि*: नवरात्रि के सातवें दिन कालरात्रि की पूजा की जाती है। वह काल की रात्रि हैं और उनकी पूजा से सुख-समृद्धि और शांति प्राप्त होती है।
8. *महागौरी*: नवरात्रि के आठवें दिन महागौरी की पूजा की जाती है। वह गौरी की पुत्री हैं और उनकी पूजा से सुख-समृद्धि और शांति प्राप्त होती है।
9. *सिद्धिदात्री*: नवरात्रि के नौवें दिन सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। वह सिद्धि की दात्री हैं और उनकी पूजा से ज्ञान और विद्या प्राप्त होती है।
*पूजा कैसे करें*
नवरात्रि में नौ देवियों की पूजा करने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
स्वच्छता और शुद्धता*: पूजा से पहले अपने हाथों और पैरों को धो लें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।पूजा की सामग्री*: पूजा के लिए आवश्यक सामग्री जैसे कि फूल, पत्तियां, दीया, और प्रसाद तैयार रखें। देवी की पूजा*: प्रत्येक दिन देवी की पूजा करें और उन्हें फूल, पत्तियां, और प्रसाद चढ़ाएं। मंत्रों का जाप*: पूजा के दौरान मंत्रों का जाप करें,
गंगोत्री न्यूज़ एक्सप्रेस की तरफ से आप सभी को नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं