उत्तरकाशी
रिपोर्ट महावीर सिँह राणा
सीमांत उत्तरकाशी जनपद के अस्तल गांव में आज धनारी व बरसाली क्षेत्र के आराध्य कचड़ू देवता का वार्षिक मेला संपन्न हुआ। यह मेला ग्रामीणों की फसल पकने और खुशहाली के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। मेले का शुभारंभ देव डोली को गंगा स्नान कराने के साथ हुआ। इसके बाद ग्रामीणों ने अस्तल गांव के देव स्थल में अपने आराध्य कचड़ू देवता की विशेष पूजा-अर्चना कर सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।

वहीं सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष जी ने बताया कि मेले में धनारी पट्टी के विभिन्न गांवों से पहुंचे ग्रामीणों ने देव डोली के साथ पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किया। वहीं, ससुराल से आई ध्याणियों ने श्रीफल और वस्त्र भेंट कर देवता का आशीर्वाद प्राप्त किया। मेले के दौरान देवता के पश्वा ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और समाधान का भरोसा दिया। परंपरा के अनुसार कचड़ू देवता से संतान प्राप्ति का आशीर्वाद भी विशेष माना जाता है। हालांकि बीच-बीच में हुई बारिश ने मेले की रौनक पर असर डाला, लेकिन उत्साह में कोई कमी नहीं रही। समापन अवसर पर कचड़ू देवता ने ग्रामीणों को आशीर्वाद देकर उनकी समस्याओं का निराकरण करने का वचन दिया। इस धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजन में श्रद्धा और आस्था का अनोखा संगम देखने को मिला।
वही सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे

