उत्तरकाशी
रिपोर्ट -महावीर सिंह राणा
जनपद उत्तरकाशी की धराली में आयी आपदा ने धराली के होटल घर दुकान मकान और सेब के बगावान को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया पर अव धराली सहित वाईब्रेंट भिलेज के सातों गांवों में आजीविका का संकट खड़ा हो गया है
चारधाम यात्रा तो फिलहाल बड़े पैमाने पर चलने की उम्मीद भी बहुत कम है ऐसे में ग्रामीणों के सामने सेब एवं राजमा की खड़ी फसलों को बाजार में भेजनें की समस्या खड़ी हो गई है ग्रामीणों का कहना है कि धराली आपदा का असर पूरे टकनोर क्षेत्र में हुवा है जिससे अगले कुछ दिनों में सेब की तुडान सुरू हो जायेगी और तब तक अगर सड़क नही खुलती हैं तो सेब के फसल बर्बाद होने की संभावना है
जिसका सीधा असर यहां के काश्तकारों की आजीविका पर पड़ेगा इस लिए सरकार को 2013 की आपदा की तर्ज पर किसानों से सीधे सेब की खरीदारी करनी चाहिए वहीं जिला अधिकारी उत्तरकाशी का कहना है कि किसानों के लिए सेब की फसल पर छिड़काव करने के लिए दवाईयों को हर्षिल भेज दिया गया है ओर अगर ग्रामीणों की ओर से सेब की खरीदारी का प्रस्ताव आता है तो उस पर विचार किया जायेगा

