उत्तरकाशी
रिपोर्ट महाबीर सिंह राणा
सावन के महीने का पहले दिन आज हजारों की संख्या मे गंगोत्री, गोमुख से भोले के भक्त कावड़िया का रूप धारण कर मां गंगा का शुद्ध जल शुद्ध बर्तन में भरकर अपने इष्ट देव को समर्पित करने के लिए चल पड़े
पूरा गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भगवा रंग में रंग गया वहीं हर 5 किलोमीटर बाद भंडारे का आयोजन किया जा रहा है कई पैदल यात्री नंगे पाव कई सैकड़ो किलोमीटर यात्रा का आनंद ले
रहे हैं
इस बार यात्रा में पुरुषों ही नहीं बल्कि महिलाएं भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही है मान्यताओं के अनुसार यह यात्रा कई हजारों वर्षों से चली आ रही है सनातन धर्म में यह यात्रा पवित्र यात्रा मानी जाती है कहते हैं सच्चे मन से जो भी भक्त शुद्ध गंगाजल अपने आराध्य शिव मंदिर में शिवलिंग में अर्पित करता है उसकी मनोकामना अवश्य ही पूरी होती है
वही हमारी टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंची
कैलाशपति लंगर अध्यक्ष लबलीन कोचर बताते हैँ कि
कैलाशपति लंगर सेवा समिति फरीदकोट पंजाब से है जो विगत 20 वर्षों से लगातार भंडारे का आयोजन कर रही है उनका कहना है कि इस बार हमने यहां भंडारा पहलगाम में पीड़ितों की आत्मिक शांति के लिए समर्पित है भंडारे के अंतिम दिन महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा ताकि पवित्र आत्मा को शांति मिल सके और भोलेनाथ से प्रार्थना करते हैं कि ऐसी अनहोनी किसी के साथ ना हो
भंडारों में सभी प्रकार के फलाहार भोजन रहने व दवाइयां की सुविधा उपलब्ध है
समर्पित करते है।
पहलगाम पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने वाली वह भंडारे में पदाधिकारी संजीब बंशल (सरप्रस्त )पवन गंगा वाले (चेयरमैन),लवलीन कोचर अध्यक्ष),निक्का कटारिया (उपाध्यक्ष) विजय गंगा वाले ( कोषाध्यक्ष ),लवकुश गोयल ( सचिब ) व भंडारे में अनेक कार्यकर्ता तन मन धन से भोले की सेवा में समर्पित है